टिकटॉक ने नज फाउंडेशन की मदद से मध्य प्रदेश में 400 से अधिक छात्रों के लिए एडुटॉक मेंटॉरशिप प्रोग्राम की मेजबानी की

टिकटॉक ने नज फाउंडेशन की मदद से मध्य प्रदेश में 400 से अधिक छात्रों के लिए एडुटॉक मेंटॉरशिप प्रोग्राम की मेजबानी की


इंदौर / दुनिया के प्रमुख शार्ट फॉर्मेट वाले वीडियो प्लेेटफॉर्म टिकटॉक ने तेलंगाना, झारखंड और बिहार में 16 वर्कशॉप्स् का संचालन करने के बाद मध्यप्रदेश में अपनी बहु-चरणीय एकीकृत पहल द एडुटॉक मेंटॉरशिप प्रोग्राम के 5वें चरण को सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया है। 19-20 फरवरी को आयोजित इस कार्यक्रम को 400 से अधिक छात्रों से उत्साही प्रतिक्रियाए मिली हैं। 


प्रोग्राम की चर्चा करते हुए टिकटॉक फॉर गुड की हेड डॉ. सुबी चतुर्वेदी ने कहा, ‘‘जिम्मेदार टैक्नोलॉजी कंपनी और डिजिटल इकोसिस्टॉम में अग्रणी भागीदार होने के नाते टिकटॉक में हमारा मिशन भारत की क्रिएटिव इकनॉमी को बढ़ावा देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाना है और साथ ही, युवाओं की ऐसी बिरादरी तैयार करना है जो कन्टेंट क्रिएशन का हुनर सीखना और इसमें आगे बढ़ने का इरादा रखते हैं। एडुटॉक मेंटॉरशिप प्रोग्राम के जरिए, हम कनेक्टेड और सशक्त  डिजिटल इंडिया के 100000 से अधिक डिजिटल चैंपियन तैयार करने की उम्मीद रखते हैं। 


सुरेश शर्मा, शिक्षण अधिकारी, स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, इंदौर ने कहा, “आज आयोजित वर्कशॉप कॉलेज में हमारे छात्रों के लिए काफी अच्छा अनुभव साबित हुई है। एडुटॉक प्रोग्राम ने इन छात्रों को आने वाले समय में डिजिटल यूनीवर्स को इस्तेमाल करने के बारे में उपयोगी जानकारी दी। साथ ही कार्यशाला के जरिए उन्हेंत इस एॅप्लीनकेशन के बारे में अपनी धारणा बदलने में भी मदद मिली है। हमें यह जानकर हैरानी हुई कि टिकटॉक से हम कितनी चीजें सीख सकते हैं।


डिजिटल लर्निंग के व्यायपक लाभ को ध्यान में रखते हुए, रुम्कनज्वाका प्रयास भारत की रचनात्मक अर्थव्यवस्था और डिजिटल नेटिव्स  के जीवन में इसके योगदान को बढ़ावा देने के लिए टिकटॉक की प्रतिबद्धता को और उजागर करना है। जोश टॉक्स और नज फाउंडेशन (छनकहम थ्वनदकंजपवद) के साथ साझेदारी में आयोजित एडुकॉक मेंटरशिप प्रोग्राम का मकसद पांच राज्यों के युवाओं को प्रशिक्षित करना और एक ऐसे युवा समुदाय का निर्माण करना है, जिनमें कंटेंट निर्माण की कला सीखने और समझने की ललक हो। इन वर्कशॉप्सा का आयोजन महाकाल इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी उज्जैन तथा स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, इंदौर जैसे प्रतिष्ठित संस्थासनों में किया गया था।


नज फाउंडेशन के कस्टामाइज्ड कंटेंट ने प्रतिभागियों को सॉफ्ट स्किल्स, कौशल विकास, पहचान बनाने और नौकरी की तत्परता तथा कॅरियर प्लानिंग जैसे विषयों से परिचित कराया। इंटरैक्टिव वर्कशॉप फॉर्मेट ने युवा प्रतिभागियों को अधिकतम सीखने का अवसर प्रदान किया।