एक हरे भरे भविष्य का निर्माण : BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई ने सस्टेनेबल मैनुफैक्चरिंग में नए मापदंड स्थापित किए

एक हरे भरे भविष्य का निर्माण : BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई ने सस्टेनेबल मैनुफैक्चरिंग में नए मापदंड स्थापित किए



चेन्नई / ग्रुप प्लांट चेन्नई में सस्टेनेबिलिटी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अनेक अभियानों में से BMW ग्रुप चेन्नई ग्रीन एवं सस्टेनेबल भविष्य की ओर सक्रियता से कदम बढ़ा रहा है। यद्यपि समर्पित प्रयासों द्वारा काफी ज्यादा बचत की जा चुकी है, लेकिन यह संयंत्र इस साल के अंत तक 100% ग्रीन बिजली में परिवर्तित होने के लिए प्रतिबद्ध है और इसने जल के संरक्षण एवं ट्री प्लांटेशन/बायोडाईवर्सिटी के लिए नए अभियान लॉन्च किए हैं।


श्री थॉमस दोसे, मैनेजिंग डायरेक्टर, BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई ने कहा, “BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई के लिए शब्द 'सस्टेनेबल प्रोडक्शन का मतलब है, हमारे भविष्य में निवेश। 2007 से, हमारे संयंत्र ने निरंतर आधुनिक टेक्नॉलॉजी, कठोर प्रक्रियाओं एवं एफिशियंसी द्वारा नॉन-रिन्यूएबल संसाधनों के उपभोग में कटौती की। यह प्रतिबद्धता हमारे बिजनेस मॉडल एवं प्रोडक्शन की प्रक्रियाओं में स्पष्ट कार्यों द्वारा समन्वित है एवं इसने हमें अपने फुटप्रिंट में उल्लेखनीय कमी लाने में मदद की है। हमें चुनौतियां मालूम हैं और हम निरंतर ऊँचे लक्ष्य स्थापित करके उनका सामना करने के लिए तैयार हो रहे हैं। BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई के लिए ग्रीन भविष्य का यह मंत्र है।"


श्री दोसे ने आगे कहा, “BMW प्लांट चेन्नई में एक मजबूत संस्कृति सस्टेनेबिलिटी को आगे बढ़ाती है। संसाधनों का सम्मान करना BMW के मूल्यों का अंग है और हम हर दिन इसी सिद्धांत के साथ जीते हैं। मैनेजमेंट परे इन्फ्रास्टक्चर एवं फैसिलिटीज में सस्टेनेबल इनोवेशन प्रस्तुत करने के कदम उठा रहा है, एसोसिएट्स प्रो-संरक्षण दृष्टिकोण को प्रमोट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे हमारे दैनिक कार्य में काफी बदलाव हो रहा है"


BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए निरंतर रिन्यूएबल एनर्जी का उपयोग बढ़ाने पर केंद्रित है। पिछले कुछ सालों में, इसने लगातार पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को सतत विकल्पों से प्रतिस्थापित किया है। वर्तमान में प्लांट अपनी 40% बिजली की जरूरत को 1350 kW सोलर फोटोवोल्टेक सिस्टम से पूरा करता है। BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई 2020 के अंत तक 100% ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी प्लांट बनने के लिए काम कर रहा है। विभिन्न सरल एवं स्मार्ट उपाए प्रस्तुत करके, प्लांट ने अपने बिजली के उपभोग में और कमी कर दी है। LED लाईट्स स्थापित करके लाईट के उपयोग में 50% तक की बचत की गई। इसके अलावा ताजा हवा वाले पंखों को एनर्जी एफिशियंट हाई-वॉल्यूम लोस्पीड (HVLS) पंखों से बदला गया, जिससे बैंटिलेशन सिस्टम में 30% बिजली की बचत हुई।


चेन्नई में पानी की कमी एक गंभीर समस्या हैBMW ग्रुप प्लांट चेन्नई जिम्मेदारीपूर्वक काम करके प्रभाव को कम करने के लिए दीर्घकालिक समधानों पर निरंतर काम कर रहा है। प्लांट में जल संरक्षण के उपाय तीन स्तंभों : बारिश के पानी के उपयोग, ताजा पानी के संरक्षण एवं पानी के ट्रीटमेंट पर आधारित हैं। BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई के पास दो स्थानों पर बारिश के पानी के संग्रहण के तालाब हैं, जिनकी कुल क्षमता 14,25,000 लीटर है। इस उद्देश्य के लिए बारिश का पानी एकत्रित करने के लिए स्थलों पर टैंक स्थापित किए गए हैं। अभी तक 3,40,000 लीटर से ज्यादा रेनवाटर एकत्रित किया जा चुका है, जिसका उपयोग वाटर लीक टेस्ट एवं अन्य जरूरतों के लिए किया गया हैप्रोडक्शन में लगने वाला प्रोसेस वाटर प्लांट की ट्रीटमेंट सुविधा में पूरी तरह से रिसाईकल किया जाता है और वापस प्रक्रिया में लिया जाता है। सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाला पानी भी ट्रीट किया जाता है और गार्डनिंग एवं लैंडस्केपिंग में इस्तेमाल किया जाता है। प्लांट में स्थापित किए गए सेंसर-आधारित टैप्स 8% तक पानी की बचत करते हैं। कुल मिलाकर इन तीन स्तंभों से पानी के उपयोग में 45% से ज्यादा कमी आई है - 40825 KL से 20594 KL (2016 से 2019 की अवधि में)।


2020 की शुरुआत में एक नया रेनवाटर हार्वेस्टिंग प्रोजेक्ट क्रियान्वित किया गया, जो 2000 किलोलीटर तक पानी एकत्रित करता है और प्लांट की 40% जरूरत को पूरा करता है। टीम महिंद्रा वर्ल्ड सिटी में 10 स्थानों पर रिचार्ज इंजेक्शन कुआं प्रोजेक्ट पर काम कर रही है, जो बाद में बढ़ा दिए जाएंगे। पानी निकालने के अलावा इस तरह के कुएं बारिश के पानी को नियंत्रित तरीके से जमीन में पहुंचाते हैं और वाटर टेबल को सामान्य स्तर पर लाते हैं। जल संरक्षण की अन्य योजनाएं प्रक्रियाधीन हैं और इनमें सीवेज ट्रीटेड प्लांट का आधुनिकीकरण शामिल है ताकि रिसाईकल्ड वॉटर को टॉयलेट फ्लशिंग के लिए एवं ग्रे वॉटर यूटिलाईजेशन लैंडस्केपिंग के लिए इस्तेमाल किया जा सके


BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई में 7.7 एकड़ का ग्रीन एरिया है, जो कुल क्षेत्र का 25% है। बायोडाईवर्सिटी पायलट प्रोजेक्ट के तहत 31 अलग-अलग प्रजातियों के लगभग 2000 पेड़ों के साथ ग्रीन बेल्ट स्थापित की गई है। एक अन्य ट्री प्लांटेशन अभियान में पेड़ों की लगभग 4,000 स्थानीय प्रजातियां प्लांट में 0.5 एकड़ इलाके में मियावाकी फॉरेस्ट तकनीक से लगाई गईं, जिससे सामान्य से 10 गुना ज्यादा तीव्र एवं 30 गुना ज्यादा घने वनाच्छादन के साथ घने, देशी वनों के निर्माण में मदद मिली। इससे प्रतिवर्ष 4,000 टन C02 की बचत होगी। हर साल विश्व पर्यावरण दिवस पर पूरी टीम संयंत्र के अंदर व बाहर पेड़ लगाने के लिए एकत्रित होती है


BMW ग्रुप ग्रीन मैनुफैक्चरिंग के मामले में उत्पादों व प्रक्रियाओं को एक समान महत्व देता है। यह हासिल करने के लिए प्रक्रियाओं को ऑप्टिमाईज किया जाता है एवं ज्यादा प्रभावशाली एवं अत्याधुनिक टेक्नॉलॉजी में निवेश किए जाते हैं। डिजाईन फॉर रिसाईक्लिंग' के अनुरूप BMW / MINI वाहन इस तरह से बनाए जाते हैं कि उनके हिस्सों को पूरी लाईफ साईकल में पुन: उपयोग कर रिसाईकल किया जा सके। कुछ निर्णायक प्रभावशाली तत्व सामग्री का प्रकार, प्रोडक्शन की टेक्नॉलॉजी, सप्लायर का चुनाव, ड्राईवट्रेन का प्रकार एवं वाहन के कंपोनेंट्स की रिसाईक्लिंग हैं2008 के बाद बाजार में उतारे गए BMW ग्रुप के सभी वाहन एंड-ऑफ-लाईफ वैहिकल्स. कंपोनेंटस एवं मटेरियल्स की रिसाईक्लिंग की जरूरतों को पूरा करते हैं (95 प्रतिशत कुल रिसाईक्लिंग, 85 प्रतिशत रियूज एवं मटेरियल रिसाईक्लिंग)।


BMW ग्रुप प्लांट चेन्नई ने इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम के तहत एनवायरनमेंटल पॉलिसी का क्रियान्वयन किया है, जो ISO 14001: 2015 आवश्यकताओं के अनुरूप है। एनवायरनमेंट मैनेजमेंट एवं सर्वश्रेष्ठ सस्टेनेबिलिटी प्रैक्टिसेस सुनिश्चित करने के लिए एक समर्पित टीम नियुक्त की गई है। एसोसिएट्स को मौलिक उपायों, जैसे प्रिंटिंग की कटौती, लाईट, एयर कंडीश्नर्स, लैपटॉप की आवश्यकता न होने पर उन्हें बंद करने, कचरे को पृथक कर खाने को काम बर्बाद करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। कैंटीन के खाद्य अपशिष्ट को प्रोसेस कर खाद में परिवर्तित किया जाता है। 2019 में 6,500 किग्रा. कचरे से खाद बनाई गई