यूपीईएस ने छात्राओं के लिये शैक्षणिक कार्यक्रम की संपूर्ण अवधि पर 25 प्रतिशत छात्रवृत्ति की घोषणा की

यूपीईएस ने छात्राओं के लिये शैक्षणिक कार्यक्रम की संपूर्ण अवधि पर 25 प्रतिशत छात्रवृत्ति की घोषणा की


भोपाल / अधिक से अधिक छात्राओं को कक्षा 12 के बाद उच्च शिक्षा जारी रखने के लिये प्रोत्साहित करने के लक्ष्य से,यूपीईएस  ने शैक्षणिक वर्ष 2020 में अंडर-ग्रेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्सेज के लिये आवेदन करने वाली सभी छात्राओं के लिये कार्यक्रम की संपूर्ण अवधि पर 25 प्रतिशत छात्रवृत्ति की घोषणा की है। वित्तीय संसाधनों का अभाव उन बड़े कारणों में से एक है, जो छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा लेने और अपने सपने पूरे करने से रोकते हैं। यूपीईएस कक्षाओं में छात्राओं की संख्या बढ़ाने और विभिन्न सेक्टरों में अधिक से अधिक महिला नेतृत्वकर्ता तैयार करने का प्रयास करता है, जिसके तहत विशेष रूप से उनके लिये आरक्षित छात्रवृत्तियों की पेशकश की जाती है। 


यूपीईएस ने वर्ष 2020 को महिला सशक्तिकरण का वर्ष भी घोषित किया है। इसके हिस्से के तौर पर यह संस्थान प्रशिक्षण एवं विकास, छात्रवृत्तियों के माध्यम से वित्तीय सहायता, आदि के क्षेत्रों में कई पहलों के क्रियान्वयन हेतु प्रतिबद्ध है, जो लैंगिक बाधाओं को हटाती हैं और छात्राओं तथा महिला कर्मचारियों को अपने सपने पूरे करने की शक्ति देती हैं।


 यूपीईएस के वाइस-चांसलर डॉ. दीपेन्द्र कुमार झा ने कहा,‘‘विभिन्न स्तरों पर शिक्षा सशक्तिकरण का सर्वश्रेष्ठ रूप है, जिसे महिलाओं के लिये विस्तृत किया जा सकता है, ताकि व्यक्तिगत और पेशेवर परिवेशों में उनका अस्तित्व, रूतबा और स्थिति सकारात्मक रूप से प्रभावित हो। यूपीईएस के लिये साल 2020 महिला सशक्तिकरण का वर्ष है, इसलिये यह छात्रवृत्तियाँ विविधता और समावेशन को बढ़ावा देने की ओर एक कदम हैं, ताकि लड़कियाँ उच्च शिक्षा के लिये प्रोत्साहित हों। हमें विश्वास है कि इससे दुनियाभर के संस्थानों द्वारा बोर्डरूमों और नेतृत्व भूमिकाओं में महिलाओं की संख्या बढ़ाने के जारी प्रयासों में योगदान मिलेगा।’’


‘वूमेन इन द बोर्डरूम- अ ग्लोबल पर्सपेक्टिव’ शीर्षक वाली डेलोइट की रिपोर्ट में भारत का प्रोफाइल भी है, जिसके छठे संस्करण के अनुसार विश्व के कॉर्पोरेट बोर्ड्स में महिलाओं का प्रतिनिधित्व अब भी बहुत कम है और इस स्थिति को बदलने का काम धीमा है। 


यूपीईएस भारत की उन कुछ एक यूनिवर्सिटीज में से एक है, जो अपनी महिला शिक्षकों और कर्मचारियों के लिये औपचारिक नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती हैं। यूपीईएस के ऐसे कार्यक्रम का नाम शक्ति है। शक्ति एक मॉड्यूल-आधारित और पूरे साल चलने वाला प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जिसका लक्ष्य महिला कर्मचारियों के गुणों को सही कुशलताओं और ज्ञान से मिलाकर उन्हें नेतृत्व की भूमिकाओं के लिये आगे बढ़ाना है। 


इसके अलावा, यूपीईएस देहरादून में स्थित अपने कैम्पस के आस-पास के गांवों की 49 वंचित लड़कियों को पाठ्यक्रम से बाहर की गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा और सर्वांगीण विकास में सहयोग करता है, जिन्हें प्यार से यूपीईएस की गोद ली हुई बेटियाँ’ कहा जाता है। यह यूनिवर्सिटी पुरकाल यूथ डेवलपमेन्ट सोसायटी के साथ भी निकटता से काम करती है और यूपीईएस में उच्च शिक्षा की इच्छुक छात्राओं को 100 प्रतिशत छात्रवृत्तियाँ प्रदान करती है।