आईएफडब्ल्यूजे वेब पोर्टल के लिए उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा विज्ञापन जारी करने का स्वागत किया
                    
आईएफडब्ल्यूजे वेब पोर्टल के लिए उत्तरप्रदेश सरकार द्वारा विज्ञापन जारी
करने का स्वागत किया

नई दिल्ली/ इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स (आईएफडब्ल्यूजे) ने उत्तर प्रदेश सरकार 
द्वारा उन वेब पोर्टलों को विज्ञापन जारी करने के फैसले का स्वागत किया है जिन्हें नियमित रूप
से 50 हजार हिट मिल रहे हैं। विज्ञापन डीएवीपी दरों पर जारी किए जाने हैं। सरकार का यह
कदम निश्चित रूप से डिजिटल मीडिया के विकास को प्रोत्साहित करने में एक लंबा रास्ता
तय करेगा, जिसने पहले ही अपनी लोकप्रियता के कारण केंद्र के चरण को हासिल कर लिया
है। कहने की जरूरत नहीं है कि नए मीडिया के विकास से दूरदराज के इलाकों में भी इंटरनेट
की पहुंच बढ़ेगी।

आईएफडब्ल्यूजे के महासचिव परमानंद पांडे और इसके कोषाध्यक्ष रिंकू यादव ने उम्मीद जताई है
कि केंद्र और अन्य राज्य सरकारों द्वारा यूपी सरकार के इस पर्यावरण-अनुकूल निर्णय का पालन
किया जाएगा। प्रिंट माध्यम का दायरा तेजी से कम हो रहा है और दुनिया भर के समाचार पत्र
और पत्रिकाएं डिजिटल मीडिया के साथ ब्रेकनेक गति से आगे बढ़ रहे हैं। उम्मीद है, सरकार ऐसे
पोर्टलों को बढ़ावा देगी,जो गंभीरता से अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों में लगे हुए हैं और असत्य
और झूठी खबरें फैलाने से दूर रहते हैं। आईएफडब्ल्यूजे ने सभी सरकारों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
के उपयोग को शुरू करने और बढ़ाने का भी अनुरोध किया है ताकि पत्रकारिता में संभावना,
ईमानदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके। यह विज्ञापन जारी करने में अनावश्यक मानव
इंटरफ़ेस से बचने में भी मदद करेगा, जो स्वभाव से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को जन्म देता है।

आईएफडब्ल्यूजे का मानना ​​है कि राज्य सरकारों का यह कदम उन पत्रकारों की नई नस्ल के लिए
बेहद उपयोगी होगा, जिनकी स्वतंत्र और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए काम करने की