देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्यसेवा प्रदाताओं के लिए डियाजियो अपनी 15 मैनुफैक्चरिंग युनिट्स में तकरीबन 300,000 लीटर हैण्ड सेनिटाइज़र का उत्पादन करेगी
देश की सबसे बड़े बेवरेज एल्कॉहल कंपनी डियाजियो इण्डिया ने घोषणा की है कि यह महामारी के दौरान सरकार एवं हॉस्पिटेलिटी सेक्टर को अपना सहयोग प्रदान करेगी, इसके लिए कंपनी देश भर में अपनी 15 मैनुफैक्चरिंग युनिट्स में हैण्ड सेनिटाइजर बनाएगी, सेनिटाइज़र उद्योग को ईएनए का दान देगी, ऑन-ट्रेड पार्टनर्स को स्वास्थ्य बीमा कवर देगी तथा सरकारी सार्वजनिक स्वास्थ्य विभागों को निःशुल्क मास्क उपलब्ध कराएगी।
देश में हैण्ड सेनिटाइज़र की कमी न हो, इसके लिए हमारी मैनुफैक्चरिंग युनिट्स 300,000 लीटर हैण्ड सेनिटाइज़र बनाएंगी। इसके अलावा डियाजियो सेनिटाइज़र उद्योग को हैण्ड सेनिटाइज़र (250 एमएल की 2 मिलियन युनिट्स) बनाने के लिए 500,000 लीटर अतिरिक्त न्यूट्रल एल्कॉहल (ईएनए) भी दान में देगी
साथ ही, बार और रेस्टोरेन्ट समुदाय कोविड-19 के प्रभाव के चलते अप्रत्याशित चुनौतियों से जूझ रहे हैं, ऐसे में कंपनी ने भारत में डियाजियो वर्ल्ड क्लास प्रोग्राम के सहयोग से बार टेंडर्स को 30 मिलियन रु का स्वास्थ्य बीमा कवर उपलब्ध कराने की शपथ ली है। इसके अलावा, कंपनी इस अवधि के दौरान लनिंग एवं कौशल में सहयोग भी देगी, इसके लिए उन्हें डियाजियो बार एकेडमी ट्रेनिंग कोर्स के माध्यम से वर्चुअल ट्रेनिंग एवं ऑनलाईन लर्निग की सुविधा उपलब्ध कराएगी।
अंत में देश भर में 5 राज्यों के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभागों को तकरीबन 150,000 मास्क दान में दिए जाएंगे, जिनका इस्तेमाल स्वास्थ्य सेवा प्रदाता और मरीजों की देखभाल करने वाले लोग कर सकते हैं, जो निःस्वार्थ भाव से कोविड-19 के मरीजों को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं
"हम कोरोना वायरस के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार एवं नागरिकों के साथ एकजुट होकर काम कर रहे हैं। वर्तमान में सेनिटाइज़र की मांग बहुत अधिक है, ऐसे में हम इस मांग और आपूर्ति के बीच के अंतर को दूर करने के लिए अपनी मैनुफैक्चरिंग युनिट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्वास्थ्यसेवा प्रदाता कोरोना से इस संघर्ष में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, ऐसे में हम उन्हें मास्क उपलब्ध कराकर उनके प्रति आभार व्यक्त करना चाहते हैं।" आनंद कृपालु, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ ने कहा। "हम हॉस्पिटेलिटी उद्योग में हमारे साझेदारों, खासतौर पर बारटेंडर्स को सहयोग प्रदान करना चाहते हैं, जो रेस्टोरेन्ट एवं बार बंद होने के कारण अप्रत्याशित चुनौती के दौर से जूझ रहे हैं।"