ग्राहक लॉकडाउन के दौरान पान बेचने वाले दुकानदारों पर सिगरेट और पान मसाला बेचने के लिए डाल रहे दबाव
नई दिल्ली : देशव्यापी लॉकडाउन को दो हफ्ता हो गया है और इस दौरान अवैध सिगरेट का कारोबार कई गुना बढ़ गया है, क्योंकि इस समय धूम्रपान करने वालों के लिए बाजार में इन उत्पादों को पाना मुश्किल हो गया है। कई शहरों में पान दुकानदारों पर उनके ग्राहक लॉकडाउन के दौरान ब्लैक में सिगरेट और पान मसाला बेचने के लिए दबाव डाल रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर, परिस्थिति और मांग को देखते हुए ग्रॉसरी स्टोर वाले ज्यादा कीमत पर सिगरेट और प्रतिबंधित गुटखा उत्पाद बेच रहे हैं। रजनीगंधा का बड़ा बॉक्स जिसकी कीमत 700 रुपये होती है, उसे 1000 रुपये में बेचा जा रहा है। इसी तरह गोल्ड फ्लैक का पैकेट जो 150 रुपये में मिलता है, वो 220 रुपये में बेचा जा रहा है।
पान शॉप ऑनर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महासचिव मोहम्मद सलाहुददीन दाखनी ने कहा, "हमारे नियमित ग्राहक हमसे लगातार पान मसाला और सिगरेट बेचने के लिए कह रहे हैं। लेकिन हम लॉकडाउन के दौरान अपने स्टोर नहीं खोल सकते हैं। इस स्थिति में ग्राहक हमसे घर पर उत्पाद पहुंचाने को कहते हैं, जिससे हमारे सामने मुश्किल खड़ी हो रही है। इस समय वैध सिगरेट की आपूर्ति प्रभावित हुई है, इसलिए धूम्रपान करने वाले अवैध और तस्करी कर लाए हुए सिगरेट की ओर रुख कर रहे हैं, जिसकी भारत में भरमार है।"
असल में देश के कुछ हिस्सो में शराब की दुकानें और बार को लूटने के बाद अब चोरों ने सिगरेट और तंबाकू बेचने वाली दुकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है, क्योंकि ग्राहकों से इन उत्पादों की ऊंची कीमत मिल रही है। पिछले कुछ दिनों में देशभर में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां चोरों ने आधी रात में बंद पड़ी पान की दुकानों को लूट लिया। हाल ही में मुंबई में तीन बाइक सवारों ने एक पान की दुकान को लूट लिया। मामला तब सामने आया जब एक स्थानीय नागरिक ने दुकान को खुला पाया और उसके मालिक सदानंद कोंडविलकर से संपर्क किया। उन्होंने पाया कि उनकी दुकान का मुख्य ताला टूटा हुआ था और अलग-अलग ब्रांड के सिगरेट के 45 पैकेट और खुदरा नोटों में करीब 7,000 रुपये की नकदी चोरी हो गई थी।