विश्व योग दिवस के अवसर पर आपके पसंदीदा जी टीवी के कलाकारों ने अपनी जिंदगी में योग के महत्व के बारे में बताया
विष्णु पुराण की दीपशिखा नागपाल ने कहा, "योग ना सिर्फ शारीरिक तौर पर हमारा उपचार करता है बल्कि यह हमें मानसिक और भावनात्मक रूप से भी स्वस्थ रखता है। मैं बता नहीं सकती कि एक व्यक्ति के संपूर्ण स्वास्थ्य में योग का कितना बड़ा महत्व है। मैं अपने स्कूल के दिनों से योग कर रही हूं और इन वर्षों में इसने मुझे ज्यादा लचीला बनाने में मदद की हैहालांकि अपनी रोजमर्रा की जिंदगी और काम क दबाव के चलते हमें रोज योग करने का वक्त नहीं मिल पाता, लेकिन इस पूरे लॉकडाउन के दौरान मैंने नियमित रूप से योग किया हैइससे मैं सारा दिन मानसिक तौर पर शांत और स्थिर रहती हूं। ऐसे मुश्किल दौर में योग ही आपको विचलित करने वाले ख्यालों से दूर रखता है। यह हमें खुद से जोड़ता है और हमारे अंदर सबसे जरूरी सकारात्मकता पैदा करता है। भवास के व्यायाम खासतौर पर आपके चक्रों को नियमित करने में मदद करते हैं और यह सभी के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है।"
कुंडली भाग्य की अंजुम फकीह ने कहा, "जब हम शूटिंग कर रहे थे तो हमें बड़ी मुश्किल से अपने वर्कआउट रूटीन को फॉलो करने का समय मिल पाता था। हालांकि लॉकडाउन के दौरान मैंने नियमित रूप से ध्यान और व्यायाम करने का महत्व जाना। ध्यान और योग हमें स्वस्थ बनाए रखता है। मुझे लगता है कि योग का सबसे बढ़िया नतीजा यह होता है कि यह हमारे दिमाग को तरोताजा कर देता है और मन को शांत रखता है। चूंकि मैं काफी लंबे समय से घर पर हूं तो मैं बिना चूके अपनी मां के साथ योग करती हूं और पूरी गंभीरता से इसका पालन करती हूंमैं चाहती हूं कि शूटिंग शुरू होने के बाद भी मैं अपना यही रूटीन जारी रखू।"
जी टीवी के कुंडली भाग्य में प्रीता की भूमिका निभाने वाली श्रद्धा आर्या कहती हैं, "योग एक ऐसी चीज है जिसने सचमुच मेरा जीवन बदल दिया है। भले ही मैं हर दिन सभी आसनों का अभ्यास नहीं करती, लेकिन मैं हर सुबह प्राणायाम करना कभी नहीं भूलती। यह शानदार साँस लेने का व्यायाम मन और आत्मा को शांत करने में मदद करता है। मेरा मानना है की हर कोई इस बात से सहमत होगा कि हमारे उद्योग में तनाव का स्तर बहुत अधिक है और प्राणायाम और योग के सभी आसन आपको शांत रहने में मदद करेंगे। मुझे योग से शांत रहने में मदद मिली हैमुझे लगता है इस समय योग काफी महत्व है, विशेष रूप से अब जब कि दुनिया इस तरह के मुश्किल समय से जूझ रही है। साँस लेने के व्यायाम आपके श्वसन प्रणाली को स्वस्थ रखने में मदद करेगा"
कुर्बान हुआ के करण जोतवानी कहते हैं, "संगीत मेरा सबसे बड़ा सहारा है, खास तौर पर ऐसे मुश्किल वक्त में, जब हम में से ज्यादातर लोग अपने परिवार से दूर अकेले रह रहे हैं, जहां हमें एक ही समय पर बहुत सारी चीजों का सामना करना पड़ रहा है। कहते हैं संगीत में इलाज की शक्ति होती हैयह बात बिल्कुल सच है क्योंकि मेरा मानना है कि यह उस स्थिति में बहुत काम करता है जब आप अकेले हो और आपको हौसले की सख्त जरूरत हो। गाना सिर्फ एक हॉबो नहीं है बल्कि मुझे संगोत सुनना और गानों के साथ लिप सिंक करना बहुत अच्छा लगता हैमैं एमिनेम और उनके रैप का बड़ा फैन हूं। मुझे लगता है कि संगीत हमेशा मेरा हौसला बढ़ाता है, क्योंकि इसमें बहुत-सी पॉजिटिविटी होती है और यह लोगों में जिंदादिली जगाए रखता हैजहां तक बॉलीवुड का सवाल है तो मैं अरिजीत सिंह का बड़ा फैन हूं। मुझे लगता है कि वो हमेशा दिल के सही तार छेड़ते हैं और मेरे लिए यही खूबी काम कर जाती है।"
विष्णु पुराण की दीपशिखा नागपाल कहती हैं, "बहुत-से लोग यह नहीं जानते हैं कि मैं हमेशा संगीत में अपना करियर बनाना चाहती थीसंगीत हमेशा से मेरा साथी रहा है और इससे मुझे वही शांति और सुकून मिलता है जैसा ध्यान करने से मिलता है। टेलीविजन पर व्यस्त शेडयूल के बावजूद जब भी संभव होता है, मैं अपने इस शौक को पूरा करने के लिए वक्त निकाल ही लेतो हूंमैंने इस कला में कोई ट्रेनिंग नहीं ली है और मैं सिर्फ दिल की गहराइयों से गाती हूं। मैं इंडस्ट्री के कुछ नामों से काफी प्रेरित हूं जैसे ए.आर. रहमान, साजिद-वाजिद, अरिजीत सिंह और ऐसे ही कुछ अन्य संगीतकार।"
फादर्स डे
गुड्डन तुमसे ना हो पाएगा के निशांत मलकानी कहते हैं, "मुझे लगता है मेरे व्यक्तित्व पर मेरे पिता का बड़ा प्रभाव पड़ा है क्योंकि मैंने हमेशा उनको सराहा है और उनकी तरह बनने की कोशिश की है। वो हमेशा मुझसे कहते थे कि दिल की सुनो लेकिन हमेशा यह याद रखो कि उस बात का तुम्हारे मां-बाप पर क्या असर पड़ेगाइसो ख्याल ने हमेशा मुझे सही दिशा में बनाए रखा। वो एक नेकदिल इंसान है जिन्होंने हमे ॥ खुद से ज्यादा अपने परिवार से प्यार किया। आज भी मैं उन्हीं की तरह बनना चाहता हूं।"
क्यं रिश्तों में कट्टी बट्टी के सिद्धांत सूर्यवंशी कहते हैं, "एक पिता होना और अपने बच्चों का प्यार और सम्मान पाना एक सुखद एहसास है। भले ही कोई कितनी भी कोशिश करे हम कभी मांओं की बराबरी नहीं कर सकते लेकिन हम यकीनन इसकी कोशिश करते हैं। पिता होकर मुझे उन जिम्मेदारियों का एहसास हुआ जो मुझे निभानी है। इससे मुझे अपने खुद के पिता का सच्चा मूल्य पता चला। मैं वाकई यह मानता हूं कि एक पिता ही लड़कों को असली पुरुष बनाता है। मैं खुशनसीब हूं कि मेरे दो खूबसूरत बच्चे हैं, जो सारा दिन मुझे व्यस्त रखते हैं। काम से घर लौटकर उनका प्यार और दुलार पाना वाकई एक खास एहसास है। खासतौर पर ऐसे समय में इसकी बहुत जरूरत है, जब हमारे आसपास इतना कुछ हो रहा है और सभी लोग इतने तनाव से गुजर रहे हैं कि इस बदलती दुनिया और इसकी चुनौतियां का सामना करने में मुश्किल हो रही है। मेरे बच्चे मेरे मार्गद कि ह, जो मुझे सामान्य बनाए रखते हैं। आज के जमाने के पिता की भूमिका इतनी आसान नहीं है जैसे हमारे पिताओं और दादाओं की हुआ करती थीआज के पिता को मानसिक, भावनात्मक और ज्ञान की दृष्टि से अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा भामिल रहना होता है। कुल मिलाकर, मुझे लगता है कि पिता होना आपका जिंदगी भर का अनुभव है। अपनी सारी कोशिशों, वक्त और ऊर्जा के बदले अपने बच्चों को बढ़िया इंसान बनते देखना वाकई एक खु नुमा अनुभव है।"
कुंडली भाग्य की अंजुम फकीह कहती हैं, "अपने परिवार, खास तौर पर अपने पिता से मेरी बहुत-सी खास यादें जुड़ो हैं। वो काफी प्रैक्टिकल इंसान हैं और सौभाग्य से मेरे अंदर भी यही गुण आया है। उन्होंने हमेशा हमें अपने दिल की सुनने और वो काम करने की हिम्मत दी, जिस पर हमारा यकीन हो। मुझे याद है एक बार उन्होंने मुझसे कहा था कि हमें हमेशा विनम्र रहना चाहिए और कभी भी सफलता को खुद पर हावी नहीं होने देना चाहिए। मुझे लगता है यही बात अब तक मेरे जहन में है और इसी से ही मेरी एक सोच बनी। यह सच है कि किसी इंसान का असली चरित्र जिंदगी में सफलता हासिल करने के बाद के उसके व्यवहार से पता चलता हैवैसे देखा जाए, तो सफलता हमेशा आपके साथ नहीं रहती लेकिन आपके अच्छे काम और आपकी यही विरासत जिंदगी भर आपका साथ निभाते हैं। मुझे लगता है कि एक पिता अपने बच्चे को यही सबसे अच्छी सलाह दे सकता हैमुझे खुशी है कि मेरे पिता मेरे साथ हैं और अब मुझे घर पर उनके साथ फादर्स डे मनाने का बेसब्री से इंतजार है।"
जी टीवी के कुंडली भाग्य में प्रीता की भूमिका निभाने वाली श्रद्धा आर्या कहती हैं, "मेरा जीवन अपने माता-पिता के इर्द-गिर्द घूमता है। मैं अभी भी अपने माता-पिता के साथ रहती हूं और हर समय उनके आसपास रहती हूं। मैं फादर्स डे पर कुछ खास करने की योजना बना रही हूं। मैं अपने पिता के लिए एक केक बना रही हूँ और मैं उनके लिए एक उपहार भी खरीदूंगीमेरे पिता हमेशा मुझे प्रेरित करते हैं और वह एक बहुत ही सुव्यवस्थित व्यक्ति हैं। उनका जीवन सुलझा हुआ है और ये देख कर मुझ हमेश प्रेरणा मिलती है ।"