मर्द हो या औरत, सभी को खुलकर अपना एहसास जाहिर करना चाहिए

मर्द हो या औरत, सभी को खुलकर अपना एहसास जाहिर करना चाहिए



मुंबई : मेरे डैड की दुल्हन में निया का रोल निभा रहीं अंजलि तत्रारी ने कहा सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का शो मेरे डैड की दुल्हन अपनी शुरुआत से ही जबर्दस्त लोकप्रियता हासिल कर रहा है। दर्शकों को इसकी कहानी बहुत पसंद आई, जिसमें यह सवाल उठाया गया है कि क्या एक जीवन साथी ढूंढने के लिए आपकी कोई निर्धारित उम्र होनी चाहिए? इसमें बाप-बेटी का एक खूबसूरत और सच्चा रिश्ता दिखाया गया है। शो में अंबर शर्मा (वरुण बडोला) और उनकी बेटी निया शर्मा (अंजलि तत्रारी) बाप-बेटियों को खास गोल्स दे रहे हैं, साथ ही दिल के मामलों में भी एक दूसरे का हौसला बढ़ा रहे हैं।
जहां अंबर और गुनीत के बीच हुए ताजा विवाद के बाद अंबर का दिल टूट जाता है, वहीं दूसरी ओर निया को भी अपने लंबे
समय के दोस्त कबीर के प्रति प्यार का एहसास होता है। अब उसके मन में यह सवाल उठ रहा है कि वो कबीर के प्रति अपना
एहसास जाहिर करे या ना करे। जहां निया इसी कश्मकश में है, वहीं निया का किरदार निभाने वाली अंजलि का असल
जिंदगी में कुछ और ही मानना है।
इस बारे में पूछने पर अंजलि ने बताया, मुझे लगता है आपका जेंडर कुछ भी हो, आपको अपने एहसास जाहिर कर देना
चाहिए। हम सब इसी सोच के साथ बड़े हुए हैं कि पुरुषों को ही शादी के लिए लड़की का हाथ मांगना चाहिए या फिर पहले
उसे ही प्यार का इजहार करना चाहिए। लेकिन मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं है कि एक लड़की होने के नाते मैं उस लड़के के
पास जाऊं जिसे मैं जानती हूं और उससे कहूं कि मैं उसे कितना चाहती हूं। तो जब मैं कबीर के साथ इस सीन की तैयारी कर
रही थी, तो मेरा पहला रिएक्शन था कि निया को जाकर बोल देना चाहिए। आखिर अपने एहसास खुद तक रखने का क्या
औचित्य है?
अंजलि आगे बताती हैं, एक बार मैंने अपने कॉलेज के बेस्ट फ्रेंड से अपनी फीलिंग्स बताई थीं। मेरे दिल में उसके प्रति अच्छे
एहसास थे। वो हमेशा मुझसे विनम्रता और सम्मानपूर्वक पेश आता था। इसलिए मैंने उससे अपनी फीलिंग्स बताई, हालांकि
उससे रिलेशनशिप का मेरा कोई इरादा नहीं था। मेरा पूरा ध्यान अपने करियर पर था लेकिन मैं उसे यह बताना चाहती थी
कि उसके जैसा सच्चा दोस्त मिलना बहुत अच्छी बात है, जो आपकी इज्जत करता हो और बहुत सपोर्टिव हो। मेरा मानना है
कि आपको किसी भी तरह के पछतावे के साथ नहीं जीना चाहिए, क्योंकि तब आपको हमेशा यह लगता रहेगा कि यदि मैंने
कह दिया होता तो आज स्थिति अलग होती। इसलिए पहल करना जरूरी है। मैं ये भी नहीं सोचती कि इसमें आपको 100%
सकारात्मक नतीजे मिलेंगे। कोई भी लड़का या लड़की आपका प्रस्ताव मंजूर या नामंजूर कर सकते हैं, लेकिन ऐसा करके आप
बेवजह के तनाव से मुक्त हो जाते हैं।
देखिए मेरे डैड की दुल्हन के बिल्कुल नए एपिसोड्स, सोमवार से शुक्रवार रात 10 बजे, सिर्फ सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन