इस सर्दी में नई माताओं के लिए एक्सपर्ट सलाह
माताओं को सर्दी में एक अच्छे त्वचा की देखभाल की रूटीन का पालन करना जरूरी है क्योंकि सर्दी के दौरान त्वचा की नमी खत्म हो जाती है तथा त्वचा रूखी, बेजान हो सकती है और इसमें पपड़ी व खुजली होने की समस्या हो सकती है। डॉ. सुभाषिनी एन. एस., आयुर्वेद विशेषज्ञ, हिमालया ड्रग कंपनी ने नई माताओं को कुछ उत्तम प्रोडक्ट्स के बारे में बताया, जो त्वचा को हाईड्रेट कर उसे नमी प्रदान करते हैं। इस मौसम में ऐसे प्रोडक्ट्स का उपयोग आवश्यक है, जो प्राकृतिक तत्वों से बनाए गए हों और उनमें कोई भी कठोर कैमिकल न हो।
नहाने से पहले व बाद के रूटीन के बारे में नई माताओं से बात करते हुए डॉ. सुभाषिनी ने बताया, " शुद्ध नारियल तेल, कोको एवं मैंगो बटर जैसे तत्वों के साथ मॉईस्चर से भरपूर क्लीनसर त्वचा का रूखापन दूर करते हैं। एरोमाथेरेपी के फायदों से युक्त सोप नई एवं गर्भवती माताओं के शरीर व मन को काफी सुकून देता है। कोको बटर एवं ग्लिसरीन के गुणों से युक्त बॉडी बटर हाईड्रेट करने के लिए लोशन के मुकाबले स्किन पर ज्यादा प्रभावशाली होता है। ताजगीभरी खुशबू के साथ बॉडी बटर माताओं के मूड को अच्छा करने व तरोताजा करने में मदद करता है।"
डॉ. सुभाषिनी ने माताओं को मसाज कराने का परामर्श दिया क्योंकि इससे खून का संचार बेहतर होता है, तनाव कम होता है, एवं गर्भावस्था के बाद शरीर को तेजी से स्वास्थ्यलाभ मिलता है। एलोवेरा के गुणों के साथ टोनिंग मसाज तेल त्वचा को मुलायम बनाता है और अश्वगंधा से त्वचा सेहतमंद बनती है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए व्यक्तिगत देखभाल एवं हाईजीन का ख्याल रखना जरूरी है। प्रारंभ में स्तनपान के दौरान निप्पल में रूखापन या निप्पल के आसपास की त्वचा फटने की समस्या हो सकती है। शुद्ध नारियल तेलयुक्त निप्पल केयर बटर त्वचा को फटने से बचाता है और कोकम बटर त्वचा को गहराई तक मॉईस्चुराईज करता है।'
त्वचा की देखभाल के अच्छे रूटीन के अलावा, डॉ. सुभाषिनी ने नई माताओं को संतुलित एवं पोषणयुक्त आहार लेने का सुझाव भी दिया, जिसमें सेहतमंद फैट की मात्रा भरपूर हो, क्योंकि वो क्षतिग्रस्त त्वचा को रिपेयर करने में मदद करते हैं। आलस को त्यागकर चुस्त रहना भी जरूरी है, ताकि त्वचा में शरीर सेहतमंद व फिट रहे।