विवो ने #स्विचऑफ कैंपेन लांच किया

विवो ने #स्विचऑफ कैंपेन लांच किया,मोबाइल यूजर्स से की रिश्तों को संजोने की अपील


नई दिल्ली /  मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग के कारण मानव व्यवहार में आने वाले परिवर्तनों को देखते हुए ग्लोबल इनोवेटिव स्मार्टफोन ब्रांड विवो ने आज अपने ब्रांड एंबेसडर, आमिर खान के साथ एक अभियान- #स्विचऑफ की घोषणा की। भारत में स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर परिवार और दोस्तों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए इस डिजिटल अभियान को शुरू किया गया है।


विवो और सीएमआर द्वारा हाल ही में किए गए सर्वे में यह तथ्य सामने आया है कि 75% उत्तरदाताओं के पास उनकी किशोरावस्था में भी स्मार्टफोन रहा है और उनमें से 41% मानते हैं कि वे हाई स्कूल से पास होने के पहले ही फोन के आदी हो चुके थे। स्मार्टफोन के फायदों और इनकी लत को गहराई से जानने के लिए विवो और सीएमआर द्वारा स्मार्टफोन और मानव संबंधों पर उनके प्रभावश् को जानने के लिए किया गया यह अध्ययन, स्मार्टफोन के उपयोग से उपयोगकर्ता के व्यवहार में होने वाले परिवर्तनों को समझने की कोशिश करता है।


आमिर खान द्वारा अभिनीत एक भावनात्मक वीडियो में, विवो ने यह दिखाने का प्रयास किया है कि लगातार मोबाइल उपयोग के कारण स्मार्टफोन उपयोगकर्ता अपने आसपास मौजूद लोगों से बातचीत करने में किस प्रकार विफल हो जाते हैं। हाल ही में विवो-सीएमआर द्वारा स्मार्टफोन और मानव संबंधों पर उनके प्रभाव जानने के लिए किए गए अध्ययन से पता चला है कि 95% से अधिक स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं की अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ केवल फोन पर बातचीत होती है या वो महीने में केवल एक बार उनसे मिलते हैंइस अध्ययन में यह भी बताया गया है कि सभी स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं में से आधे से अधिक उत्तरदाताओं ने माना कि वे कभी भी सोशल मीडिया से दूर रहने का प्रयास नहीं करते और अपने फोन के बिना नहीं रह सकते इससे पता चलता है कि मोबाइल उपकरणों ने मानव जीवन को किस हद तक प्रभावित किया है।


#स्विचऑफ कैंपेन की जरूरत पर बात करते हुए वीवो इंडिया के ब्रांड रणनीति निदेशक निपुन मार्या ने कहा, "हम एक ब्रांड के रूप में मानते हैं कि प्रौद्योगिकी हमारे उपभोक्ता के जीवन को बेहतर बना सकती है, लेकिन सभी चीजों की तरह, इसका उपयोग भी सावधानी से किया जाना चाहिए। स्मार्टफोन बनाने वाली बड़ी कंपनी के रूप में हमारे लिए यह आवश्यक था कि हम अपने आप से यह मौलिक प्रश्न पूछे, कितना अधिक, अत्यधिक है? इस प्रकार हमने इस अभियान को शुरू किया, जिसमें हम उपयोगकर्ताओं को अस्थायी रूप से अपना मोबाइल बंद कर रिश्तों को समय देने का आग्रह करते हैं। हमारे जीवन में स्मार्टफोन की सर्वव्यापी भूमिका होने के साथ, उनका अत्यधिक उपयोग अब मानव व्यवहार


हमारे जीवन में स्मार्टफोन की सर्वव्यापी भूमिका होने के साथ, उनका अत्यधिक उपयोग अब मानव व्यवहार को प्रभावित कर रहा है इसलिए अब उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल से अस्थायी रूप से दूर रहने की तत्काल आवश्यकता है। आज जब हम सभी हर वक्त दुनिया के साथ जुड़े रहना चाहते हैं तब अपने परिवार, दोस्तों के लिए कुछ घंटे अलग रखना महत्वपूर्ण है या उपयोगकर्ताओं को कुछ वक्त उन सभी कामों का आनंद लेना चाहिए, जो स्मार्टफोन का उपयोग करने के अलावा उन्हें पसंद हो।"


यह अभियान दिखाता है कि कैसे एक बच्चा अपने पिता के साथ समय बिताने के लिए तत्पर है, लेकिन ऐसा करने में सक्षम नहीं है क्योंकि पिता हमेशा अपने स्मार्टफोन के उपयोग में व्यस्त रहते हैं। इस संवेदनशील संदेश के माध्यम से विवो का उद्देश्य सभी स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं से अपने मोबाइल बंद कर अपने आसपास के लोगों से बातचीत व संबंध को बढ़ाकर अपनी वास्तविक दुनिया से जुड़ने का आग्रह करना है।


मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के मानसिक स्वास्थ्य और व्यवहार विज्ञान विभाग के निदेशक एवं प्रमुख डॉ. समीर मल्होत्रा इस अभियान के माध्यम से साझा किए गए विचार का समर्थन करते हुए कहते हैं कि "स्मार्टफोन की बढ़ती लत के कारण हमने समय के साथ लगातार लोगों में कई प्रकार की मनोदैहिक समस्याओं में वृद्धि देखी है। क्योंकि लोग अपने मोबाइल के बहुत आदी हैं इसलिए अपने परिवार या दोस्तों के साथ बहुत कम समय बिताते हैं या कम बातचीत करते हैं। लंबे समय में, यह लत अकेलेपन और अवसाद को जन्म दे सकती है। इसकी रोकथाम के लिए तत्काल और आवश्यक रूप से डिजिटल डिटॉक्स और मोबाइल का संतुलित उपयोग करना जरूरी है।"


डीवीसी इस बात पर प्रकाश डालता है कि अपने परिवार, दोस्तों और अपने आस-पास की दुनिया के साथ फिर से जुड़ने के लिए हमें कैसे अपने हाथ से चलने वाले उपकरणों को बंद करना होगा।